
RFK Jr. Research Update 2025 : mRNA विज्ञान में क्या है नया?
RFK Jr. Research Update 2025 अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर (RFK जूनियर) ने एक बड़ा और विवादास्पद निर्णय लिया है। उन्होंने अगस्त 2025 को घोषणा की कि सरकार mRNA-आधारित श्वसन रोग वैक्सीन अनुसंधान के लिए पैसे देना बंद कर देगी।
इस निर्णय ने चिकित्सा विश्व, वैज्ञानिकों और सामान्य जनता के बीच एक विवाद जगाया है। चलिए जानते हैं – यह कब किया गया, किसने किया, क्यों किया गया, इसके क्या लाभ और हानि हैं और इससे कौन प्रभावित होगा।
RFK Jr. Research Update 2025 यह कब किया गया और किसने किया?
- कब: अगस्त 2025
- कौन: RFK जूनियर, अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री
- क्या किया: MRNA -आधारित श्वसन रोग वैक्सीन अनुसंधान के लिए सरकारी धन रोक दिया।
विवरण | जानकारी |
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शोध अपडेट | RFK Jr. ने ऑटोइम्यून, एलर्जी और न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर से सम्बंधित एक डेनिश अध्ययन को वापस लेने का अनुरोध किया था जिसमें वैक्सीन में प्रयुक्त एल्यूमीनियम की कोई ख़तरा नहीं बताया गया। |
कब और किसने किया | यह अनुरोध RFK Jr., जो कि मई–अगस्त 2025 तक स्वास्थ्य एवं मानव सेवा (HHS) सचिव हैं, ने किया। |
अध्ययन स्रोत | यह अध्ययन “Annals of Internal Medicine” में जुलाई 2025 में प्रकाशित हुआ था और इसमें 1.2 मिलियन बच्चों के डेटा आधारित निष्कर्ष शामिल थे। |
जर्नल की प्रतिक्रिया | जर्नल के संपादक ने स्पष्ट रूप से कहा कि अध्ययन को वापस लेने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि उसमें वैज्ञानिक गलतियाँ या दंडनीय व्यवहार नहीं पाया गया। |
RFK Jr. Research Update 2025 क्यों किया गया? (आरएफके जूनियर का तर्क)
आरएफके जूनियर का कहना है:
- दुष्प्रभाव – कई रिपोर्टों में वैक्सीन से स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायतें।
- लागत ज़्यादा, परिणाम कम – अरबों डॉलर खर्च करने के बावजूद, अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
- नई तकनीक पर फोकस – पारंपरिक वैक्सीन या प्रोटीन-आधारित तकनीक को भविष्य की दिशा में बेहतर संभावना मानी जा रही है।

लाभ और हानि : एक नजर
पहलू | फायदे (RFK Jr. के अनुसार) | नुकसान (वैज्ञानिकों के अनुसार) |
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वित्तीय प्रभाव | अरबों डॉलर की बचत होगी | रिसर्च प्रोजेक्ट्स बंद, रोजगार प्रभावित |
स्वास्थ्य प्रभाव | mRNA साइड इफेक्ट्स से बचाव | कैंसर, मलेरिया जैसी बीमारियों के इलाज में देरी |
वैज्ञानिक रिसर्च | नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित | mRNA प्रगति पर रोक, वैज्ञानिक पीछे रहेंगे |
वैश्विक नेतृत्व | घरेलू आलोचना शांत होगी | अमेरिका की लीडरशिप यूरोप-एशिया को मिल सकती है |
जनता का विश्वास | वैक्सीन को लेकर डर कम होगा | भविष्य की महामारी में तैयारी कमजोर |
किसका होगा प्रभाव?
- वैज्ञानिक और शोधकर्ता – अपने शोध के लिए पैसे रुकेंगे।
- दवा कंपनियाँ (मॉडर्ना, फाइज़र, बायोएनटेक) – mRNA परियोजनाएं धीमीं हो जाएंगीं।
- आम जनता – कैंसर, फ़्लू, डेंगू आदि की बीमारियों के टीके या उपचार देर से पहुंचेंगे।
- वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा – अमेरिका की भूमिका कम हो जाएगी, जबकि यूरोप और भारत जैसे देश इस तकनीक में आगे बढ़ सकते हैं।

RFK Jr. Research Update 2025 mRNA अनुसंधान बंद होने का वैश्विक प्रभाव
- अमेरिका अब वैक्सीन नवाचार में अग्रणी नहीं रहेगा।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियाँ इस फैसले को लेकर चिंतित हैं।
- भारत, जर्मनी और जापान जैसे देश इस तकनीक में अवसर देख सकते हैं।
- वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक सहयोग प्रभावित होगा।

आरएफके जूनियर का फैसला: खतरनाक या भविष्यद्रष्ट?
- आरएफके जूनियर के समर्थकों का मानना है कि लोगों की सुरक्षा और पैसे की बचत के लिए यह सही फैसला है।
- लेकिन अधिकांश वैज्ञानिक इसे एक “खतरनाक हमला” मानते हैं क्योंकि mRNA तकनीक कोविड-19 तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि यह कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का भविष्य है।
निष्कर्ष
RFK Jr. Research Update 2025 आरएफके जूनियर का एमआरएनए अनुसंधान के लिए धन बंद करने का निर्णय अमेरिका और पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा विवादास्पद मोड़ है।
- फायदा : लागत के कम होने का लाभ और जनता का टीके के दुष्प्रभावों पर विश्वास।
- नुकसान: वैज्ञानिक प्रगति में रुकावट, स्वास्थ्य सुरक्षा कमज़ोर और अमेरिकी नेतृत्व वैश्विक स्तर पर कम होना।
इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि यह कदम आने वाले वर्षों में मानव स्वास्थ्य, विज्ञान और वैश्विक चिकित्सा प्रणाली पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
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